Thursday 26 July 2012

चमत्कारी मोहिनी प्रयोग



साधना विधि


बढ़िया सी इत्र की शीशी लीजिये ,और निम्न मंत्र को १०८ बार पढ़कर एक फूक शीशी के भीतर मारिये.इसी तरहा कुल एक हजार मंत्र पढ़ शीशी में दस फूक लग चुकी हो तो शीशी को किसी स्वच्छ स्थान पर रख दीजिये,उसी दिन शीशी की इत्र अन्दर ही अंदर चक्कर मारने लगेगी तब जान लीजिये की यह इत्र सिद्ध हो गयी है.फिर आप ईस इत्र की प्रयोग आपकी आवश्यकता की हिसाब से कर सकते है,और किसी भी स्त्री और पुरष को आप वश कर सकते है.
==================================================================================
use :-
यह सिद्ध इत्र की आपको जब भी प्रयोग करनी हो तो आप किसी भी स्त्री और पुरष की कपडे पर इत्र लगा दीजिये या सुंघा दीजिये तो वह व्यक्ति तुरंन्त ही वश में हो जाती है,यह बड़ी चमत्कारी प्रयोग है........................................
साधना शुक्रवार को करनी है.समय सुबह सूर्योदय से पाहिले.
आज तक तो कभी भी यह प्रयोग असफल नहीं हुयी है.
==================================================================================
मंत्र

|| अलहम्दोगवानी वो मेरेपर हो दीवानी जो न हो दीवानी सैयद कादर अब्दुल जलानी चुटटा पकड़कर दिवानी ||


नोट : प्रयोग की सफलता आपकी अच्छी कार्य की उपयोगिता पर निर्भर करती है,कृपया प्रयोग की इस्तेमाल कोई अच्छी कार्य की लिये कीजिये.और एक बारी में सफलता न मिली तो प्रयोग सिर्फ एक-दो बार फिर से कीजिये,क्युकी साधना करते समय कुछ कमी या त्रुटी रही तो असफलता मिल सकती है.
इसी विषय पर आगे और कुछ साधनाये देना चाहती हु.


जय निखिलेश्वर ............................................................................................

4 comments:

  1. behen ji yeh mantra mein correction hai....mantra hai .....alhamdo gavanivo mere par ho deewaani jo naa ho deewaani t syyed abdul kaadir jeelaani chutta pakadh kar karo deewaani......aur yeh prayog 21 dino tak karna hota hai......21 dino ke ander hi tel chakkar lagata deekhai de to siddha ho gaya ......aur har d in pehle 1 mala padhkar foonk maarni hai phir 10 mala padhkar foonk maarni hai.....aisa roz karna hai behenji......!

    ReplyDelete
  2. बिलकुल शालिनी जी , यह साधना २१ दिन की है ....और नित्य १० माला जाप करना होता है ...सिर्फ १ दिन में वह इत्र नहीं घुमता...और सही मन्त्र है . अलहम्दो गवानी वो मेरेपर हो दीवानी जो न हो दीवानी सैयद कादर अब्दुल जलानी चुटटा पकड़कर " करो " दिवानी ......

    ReplyDelete
  3. is sadhna ko karte samay kis mala ka upyog karna hai & asan kis tarah ka hona chahiye?
    kis disha me mukh karke baithna hai?

    ReplyDelete
  4. gurupreet ji and sacchin bhaiyya,sorry................
    and thanks for conveying.
    mohini and vashikaran sadhnaoki gyaan meri thodi kamjor hai aur ek gurubhai ki demand thi es sadhna ki vishay par esiliye yah sadhna ''mantra-tantra-vigyaan-jan 1987 '' ki masik patrika se page no.59 se same post ki hai.
    vagish panday ji aapke pas jyo kpi bhi aasan hai usiki use ki jaa sakati hai and disha pachyim anukul hai and mala safed hakik ki aap use kijiye.........

    ReplyDelete