Tuesday 11 December 2012

दुर्गा सप्तशती यंत्र प्रयोग-२.


                               

                               शिव दर्शन साधना



mantra:-

                         ॥ ॐ ह्रीं श्रीं हर हर स्वाहा ॥

               ................॥ ॐ ह्रीं श्रीं हर हर स्वाहा ॥.................. 

                         ॥ ॐ ह्रीं श्रीं हर हर स्वाहा ॥

         ........................ ॥ ॐ ह्रीं श्रीं हर हर स्वाहा ॥

        ...........................॥ ॐ ह्रीं श्रीं हर हर स्वाहा॥....................... 

                         ॥ ॐ ह्रीं श्रीं हर हर स्वाहा ॥.....................................



21 माला मंत्र जाप किसी भी चतुर्दशी की तिथि से लेकर अगली चतुर्दशी तक कीजिये,सामने किसी भी प्रकार की शिवलिंग भी होनी चाहिये और दुर्गा सप्तशती यंत्र भी होनी चाहिये॰

सर्वप्रथम दुर्गा सप्तशती यंत्र की पूजन कीजिये,और माँ से शिवदर्शन की प्रार्थना कीजिये॰ अब कोई भी एक लाल रंग की पुष्प को हाथ मे पकड़कर निम्न मंत्र की 5-10 मिनिट तक जाप करनी है,

॥ ॐ क्लीं ह्रीं चंडीके मम कार्य सिद्धि कुरु कुरु ह्रीं क्लीं नम:॥


अब पुष्प को यंत्र पे चढ़ाते हुये फिर से शिवदर्शन की कामना कीजिये,अब 11 बार ॐ ह्रीं नम शिवाय ह्रीं ॐ मंत्र से शिवजी पर जल चढ़ाये फिर जल को ग्रहण करते हुये 

रं चैतन्यम जाग्रय जाग्रय रं फट 


मंत्र 3 बार बोलनी है,अब शिवपुजन कीजिये और शिवदर्शन प्राप्ति मंत्र की 21 माला जाप रुद्राक्ष माला से कीजिये,दिशा पूर्व या उत्तर ,वस्त्र सफ़ेद,साधना की समय ब्रम्हमुहूर्त या फिर रात्री मे 9:36 की बाद वाली कोई भी समय 12:36 से पहिले तक की,रोज साधना समाप्ती के बाद शिवजी पर 108 बिल्वपत्र चढ़ानी आवश्यक है,यह विधि नित्य कीजिये ।
आपकी शिवदर्शन की इच्छया अवश्य ही पूर्ण होगी………………………………..

गुरुकृपा ही केवलम......................................


जय निखिलेश्वर........................................................................................................

No comments:

Post a Comment